भारत में लाखों लोग खाटू श्याम बाबा को अपने आराध्य मानते हैं, इसका नाम सुनते ही मन श्रद्धा से भर जाता है। फाल्गुन मास की एकादशी को होने वाले खाटू श्याम मेले में हर साल देश-विदेश से करोड़ों लोग आते हैं। लेकिन अभी भी कई लोग पूछते हैं: “खाटू श्याम बाबा कहाँ हैं? आइए आज पूरा जवाब जानते हैं। Read More Click Here
खाटू श्याम बाबा का स्थान ?
राजस्थान राज्य के सीकर जिले में खाटू श्याम बाबा का प्रसिद्ध मंदिर है।
गाँव या कस्बा: खाटू तहसील का नाम श्री माधोपुर है, जो पहले दांता-रामगढ़ तहसील का हिस्सा था।
जिला: सीकर का सबसे निकटतम शहर: सीकर (लगभग 65 किमी), रिंगस (18 किमी)
जयपुर, राजधानी, लगभग 100 किमी दूर है, जबकि दिल्ली लगभग 280 किमी दूर है।
पूरी जानकारी:
श्री खाटू श्याम जी मंदिर, खाटू श्याम जी, तहसील श्री माधोपुर, जिला सीकर, राजस्थान – 332602
Table of Contents
कैसे पहुँचें खाटू श्याम जी?
1.हवाई यात्रा से
न्यूतम हवाई अड्डा: जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (JAI) के लिए खाटू श्याम: बस या टैक्सी से 2 से 2.5 घंटे |
- Groww IPO News: Market में शानदार शुरुआत, BSE पर 14% और NSE पर 12% Premium के साथ Listing
- खाटू श्याम जी के पास ट्रेन से कैसे जा सकते हैं?
- खाटू श्याम बाबा कहाँ स्थित हैं?
- IND VS AUS 4th T20 match मैं भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से हराया, भारत 5-T20 series मैं 2-1 से आगे 4th match analyse
- World Cup 2025 Final IND W VS SA W : India Women ने South Africa को हराया, बना नया चैंपियन – पूरा मैच विश्लेषण
2.रेल मार्ग से
रेलवे स्टेशन का सबसे करीब स्थान: Ringas Junction (कोड: RGS)
रिंग्स: बस, ऑटो या टैक्सी से मात्र 18 किमी (25-30 मिनट)
अद्वितीय ट्रेनें: फाल्गुन महोत्सव के दौरान दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ और कोलकाता से विशेष ट्रेनें चलती हैं।
3. सड़क मार्ग से
दिल्ली से रींगस तक (NH-52) और जयपुर से रींगस तक (NH-52) राजस्थान रोडवेज की लग्जरी बसें अक्सर चलती हैं।
निजी कैब या टैक्सी भी आसानी से मिल जाते हैं।
खाटू श्याम बाबा कौन हैं?
यह कहा जाता है कि खाटू श्याम बाबा कलयुग में भगवान श्रीकृष्ण का अवतार था। महाभारत काल में भीम और घटोत्कच के पुत्र ये बार्बरीक थे। बार्बरीक ने अपनी माता को वादा किया था कि वे कमजोर पक्ष का युद्ध में साथ देंगे। श्रीकृष्ण ने उनका शीश दान स्वीकार करके उनकी बलि मांगी। बाद में श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि वे कलयुग में मेरी तरह पूजे जाएंगे और उनका नाम “श्याम” होगा।
रूपमंडल गाँव (सीकर) में एक तालाब से उनका शीश दिखाई दिया। राजा खाटू नरेश रोहतासजी ने सपने में मंदिर बनाया था। तब से इस स्थान को खाटू धाम कहा जाता था।
अंतिम बात खाटू श्याम बाबा ?
यहाँ, खाटू श्याम बाबा के दरबार में सब लोग अपना मानते हैं। यहाँ आने के बाद मन को मिलने वाली शांति शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है।
अगर आपने खाटू श्याम बाबा को अभी तक नहीं देखा है, तो एक बार जाएँ। बाबा की कृपा आपकी हर इच्छा पूरी करेगी।
नमस्कार, श्री श्याम!
जय श्री कृष्ण!
श्याम सरकार!
यह लेख आपको पसंद आया है तो उसे अपने श्याम प्रेमी दोस्तों से अवश्य साझा करें।
हरे का सहारा, खाटू श्याम!
