भारत की प्रमुख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनी Ather Energy अपने बहुप्रतीक्षित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के साथ शेयर बाजार में धमाल मचाने को तैयार है। यह IPO न केवल कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है। आइए, इस लेख में हम एथर एनर्जी IPO से जुड़ी ताजा खबरों, इसकी विशेषताओं और निवेश के दृष्टिकोण से इसके महत्व पर विस्तार से चर्चा करते हैं। Read More Click Here
IPO की मुख्य जानकारी
एथर एनर्जी का IPO 28 अप्रैल 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 30 अप्रैल 2025 को बंद होगा। कंपनी ने इसके लिए ₹304 से ₹321 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। इस IPO के माध्यम से कंपनी लगभग ₹2,981 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें ₹2,626 करोड़ का फ्रेश इश्यू और 1.11 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।
- लॉट साइज: निवेशकों को न्यूनतम 46 शेयरों के लॉट में आवेदन करना होगा, जिसके लिए लगभग ₹14,766 की राशि की आवश्यकता होगी।
- आरक्षण: IPO में 75% शेयर योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB), 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NII), और 10% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित हैं।
- लिस्टिंग: शेयरों की लिस्टिंग 6 मई 2025 को बीएसई और एनएसई पर होने की उम्मीद है।
- ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP): 25 अप्रैल 2025 तक, IPO का GMP ₹5 है, जो ₹321 के ऊपरी प्राइस बैंड के आधार पर लगभग ₹326 की लिस्टिंग कीमत का संकेत देता है।
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IPO का आकार और वैल्यूएशन में बदलाव
पहले की योजना के मुकाबले, एथर एनर्जी ने अपने IPO के आकार और वैल्यूएशन में कमी की है। शुरुआत में कंपनी ₹3,100 करोड़ से ₹3,700 करोड़ जुटाने और ₹14,000 करोड़ के वैल्यूएशन पर IPO लाने की योजना बना रही थी। हालांकि, बाजार की अस्थिरता और कमजोर खपत रुझानों के कारण, IPO का आकार घटाकर ₹2,981 करोड़ और वैल्यूएशन ₹12,800 करोड़ कर दिया गया है।
इसके अलावा, ऑफर फॉर सेल में शामिल शेयरों की संख्या को भी 2.2 करोड़ से घटाकर 1.11 करोड़ कर दिया गया है। कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक हीरो मोटोकॉर्प, जो लगभग 40% हिस्सेदारी रखता है, ने IPO में अपनी हिस्सेदारी बेचने से इनकार कर दिया है, जो कंपनी के दीर्घकालिक विकास में उनके विश्वास को दर्शाता है।
फंड का उपयोग
एथर एनर्जी IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगी:
- महाराष्ट्र में नई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर फैक्ट्री की स्थापना के लिए पूंजीगत व्यय।
- ऋण चुकौती।
- अनुसंधान और विकास (R&D) में निवेश।
- मार्केटिंग और ब्रांड बिल्डिंग।
- सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य।
कंपनी का परिचय
2013 में तरुण मेहता और स्वप्निल जैन द्वारा स्थापित, एथर एनर्जी भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु में है, और इसके उत्पादन केंद्र होसुर, तमिलनाडु और व्हाइटफील्ड, बेंगलुरु में स्थित हैं। एथर अपने लोकप्रिय स्कूटर मॉडल्स जैसे Ather 450 सीरीज (450S, 450X) और Ather Rizta के लिए जानी जाती है, जो परिवारों और युवाओं दोनों को आकर्षित करते हैं।
कंपनी की वर्टिकली इंटीग्रेटेड अप्रोच, जिसमें बैटरी पैक का इन-हाउस निर्माण और Atherstack जैसे प्रोप्राइटरी सॉफ्टवेयर का विकास शामिल है, इसे प्रतिस्पर्धियों जैसे बजाज और टीवीएस से अलग बनाती है। दिसंबर 2024 तक, कंपनी के पास भारत में 265 अनुभव केंद्र और 233 सेवा केंद्र हैं, साथ ही नेपाल और श्रीलंका में भी इसकी उपस्थिति है।
वित्तीय प्रदर्शन
एथर एनर्जी का वित्तीय प्रदर्शन मिश्रित रहा है। दिसंबर 2024 तक के नौ महीनों में, कंपनी ने ₹1,578.90 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में ₹1,230.40 करोड़ से अधिक है। हालांकि, इस दौरान कंपनी का शुद्ध घाटा ₹577.90 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष के ₹776.40 करोड़ से कम है।
वित्त वर्ष 2024 में, कंपनी का राजस्व ₹1,789.1 करोड़ था, लेकिन शुद्ध घाटा ₹1,059.7 करोड़ रहा। यह लगातार घाटा दीर्घकालिक निवेशकों के लिए जोखिम का संकेत दे सकता है।
निवेश के दृष्टिकोण से विश्लेषण
सकारात्मक पहलू
- बाजार में स्थिति: एथर एनर्जी भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में चौथे स्थान पर है और इसकी ब्रांड वैल्यू मजबूत है।
- विकास योजनाएं: कंपनी उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में विस्तार, उत्पाद पोर्टफोलियो बढ़ाने और लागत दक्षता पर ध्यान दे रही है।
- प्रमुख समर्थन: हीरो मोटोकॉर्प और टाइगर ग्लोबल जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन कंपनी के प्रति विश्वास को दर्शाता है।
- EV सेक्टर की मांग: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और सरकारी प्रोत्साहन एथर के लिए अनुकूल हैं।
जोखिम
- लगातार घाटा: कंपनी का लगातार नुकसान निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
- GMP में गिरावट: IPO से पहले GMP में कमी (₹40 से ₹5 तक) बाजार की सतर्कता को दर्शाती है।
- प्रतिस्पर्धा: बजाज, टीवीएस, और ओला इलेक्ट्रिक जैसे बड़े खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा।
निवेशकों के लिए सलाह
एथर एनर्जी का IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है जो इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में दीर्घकालिक विकास की संभावनाओं पर विश्वास करते हैं। हालांकि, कंपनी के लगातार घाटे और हाल के GMP में गिरावट को देखते हुए, निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस IPO में दीर्घकालिक निवेश की रणनीति अपनाई जाए। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करना उचित होगा।
निष्कर्ष
एथर एनर्जी का IPO वित्त वर्ष 2025-26 का पहला बड़ा मेनबोर्ड IPO है, जो भारतीय शेयर बाजार में दो महीने से अधिक के अंतराल को तोड़ रहा है। यह IPO न केवल कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि निवेशकों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति का हिस्सा बनने का अवसर भी प्रदान करता है। हालांकि, निवेश से पहले कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, बाजार की स्थिति और जोखिमों का गहन विश्लेषण आवश्यक है।