बाल हमारे व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण भाग हैं, इसलिए सही शैम्पू का चयन करना आवश्यक है। राजीव दीक्षित, जो आयुर्वेद और स्वदेशी जीवन शैली के दृढ़ समर्थक थे, हमेशा रसायन-मुक्त और प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करने का आह्वान किया। उनका कहना है कि रासायनिक शैम्पू स्कैल्प और बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे डैंड्रफ, रूखापन और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। राजीव दीक्षित के सिद्धांतों के आधार पर, इस लेख में कुछ प्राकृतिक और आयुर्वेदिक शैम्पू प्रस्तुत किए जाएंगे जो आपके बालों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार बना सकते हैं। Read More Click Here.
Table of Contents
बालों के लिए शैम्पू चुनते समय क्या ध्यान रखें?
Rajiv Dixit का विचार है कि शैम्पू चुनते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
प्राकृतिक घटक: रीठा, शिकाकाई, आंवला, भृंगराज, नीम और एलोवेरा को प्राकृतिक शैम्पू में शामिल करें।
रसायन रहित: कृत्रिम सुगंधों, सल्फेट, पैराबेन, सिलिकॉन या सल्फेट से मुक्त शैम्पू का चयन करें।
बालों के लिए आवश्यक आवश्यकताएं: अपने बालों के प्रकार (तैलीय, रूखे, सामान्य) और समस्याओं (डैंड्रफ, झड़ना, रूखापन) के अनुसार शैम्पू चुनें।
देशी ब्रांड: स्थानीय जड़ी-बूटियों का उपयोग करने वाले स्थानीय और आयुर्वेदिक उत्पादों को प्राथमिकता दें।
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बालों के लिए सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक शैम्पू ?
राजीव दीक्षित के प्राकृतिक और आयुर्वेदिक सिद्धांतों से जुड़े कुछ शैम्पू यहां सूचीबद्ध हैं। विभिन्न बालों और उनकी समस्याओं के लिए ये शैम्पू उपयुक्त हैं:
- इंदुलेखा भृंगा स्नान प्रमुख घटक: रोजमेरी तेल, भृंगराज, आंवला, शिकाकाई, मेहंदी लाभों: यह शैम्पू बालों को झड़ने से बचाता है और जड़ों को मजबूत बनाता है। यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बना शैम्पू बालों को चमक देता है और स्कैल्प को पोषण देता है। योग्य: बालों का झड़ना, कमजोरी, रूखापन विशिष्टता: डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा अनुमोदित सल्फेट और पैराबेन
- हिमालया विरोधी बाल फॉल शैम्पू प्रमुख घटक: भूषण, ब्यूटिया फ्रोंडोसा लाभों: यह शैम्पू बालों को मजबूत बनाता है और टूटने को कम करता है। बालों का टेक्सचर बेहतर होता है और डैंड्रफ कम होता है। योग्य: बालों का झड़ना, बालों का डैंड्रफ विशिष्टता: प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनाया गया, किसी भी प्रकार के बालों के लिए अनुकूल
- भृंगराज शैम्पू और खादी प्राकृतिक आमला आंवला, भृंगराज, रीठा, शिकाकाई लाभों: यह शैम्पू बालों को पोषण देते हुए स्कैल्प की गहराई से सफाई करता है। यह रूसी को कम करता है और बालों का विकास बढ़ाता है। योग्य: रूसी, तैलीय बाल, बालों का झड़ना विशिष्टता: SLS और पैराबेन मुक्त, 100% हर्बल
- मामा अर्थ भृंगआंवला शैम्पू प्रमुख तत्व: शिकाकाई, भृंगराज, आंवला, ब्राह्मी लाभों: यह शैम्पू बालों के झड़ने को नियंत्रित करता है, क्षतिग्रस्त बालों की मरम्मत करता है और स्कैल्प को स्वस्थ रखता है। यह रंगीन और रासायनिक रूप से उपचारित बालों के लिए भी सुरक्षित है। योग्य: क्षतिग्रस्त बाल, झड़ते बाल, रूस विशिष्टता: रसायन-मुक्त, प्राकृतिक सामग्री से बना
- बायोटिक प्रोटीन केल्प शैम्पू प्रमुख घटक: सोया प्रोटीन, बादाम तेल, सरसों का तेल लाभों: यह शैम्पू क्षतिग्रस्त, रूखे बालों को पोषण देता है, उन्हें मुलायम बनाता है और उन्हें चमकदार बनाता है। बालों का विकास और स्प्लिट एंड्स कम होते हैं। योग्य: क्षतिग्रस्त, रूखे, रंगीन बाल विशिष्टता: आयुर्वेदिक फॉर्मूला, जो पैराबेन से मुक्त है |
राजीव दीक्षित के सुझावों के आधार पर घरेलू शैम्पू बनाने की विधि ?
Rajiv Dixit ने घर पर प्राकृतिक सामग्री से शैम्पू बनाने की सलाह दी थी। यह किफायती है और रसायनों से मुक्त है। यहाँ एक आसान चाल है:
योग्यता:
रीठा (साबुन नट) पांच से छह टुकड़े
Shikakai: दो बड़े चम्मच
एक बड़ा चम्मच आंवले का पाउडर
500 मिली पानी
बनाने की प्रक्रिया:
रात भर शिकाकाई, आंवला और रीठा पाउडर को 500 मिली पानी में भिगो दें।
सुबह इस मिश्रण को आधा पानी से उबालें।
ठंडा होने पर मिश्रण को छान लें और तरल को एक बोतल में रखें।
इस तरल को शैम्पू की तरह बालों और स्कैल्प पर लगाकर पाँच मिनट तक मालिश करें, फिर गुनगुने पानी से धो लें।
लाभों:
यह प्राकृतिक शैम्पू बालों को पोषण देता है, रूसी को कम करता है और स्कैल्प को साफ करता है।
रसायन-मुक्त होने के कारण यह किसी भी बाल प्रकार के लिए सुरक्षित है।
शैम्पू उपयोग करने के टिप्स ?
योग्य मात्रा: बहुत अधिक शैम्पू न करें; एक सिक्के का आकार पर्याप्त है।
इस्तेमाल करें: ताकि गंदगी और तेल को साफ करने के लिए, शैम्पू को गोलाकार गति में स्कैल्प पर मालिश करें।
गुनगुना जल: गुनगुने पानी से बाल धोने से बचें, क्योंकि गर्म पानी बालों को रूखा बना सकता है।
कंडीशनर का इस्तेमाल: शैम्पू करने के बाद प्राकृतिक कंडीशनर का उपयोग करें, जैसे मामाअर्थ भृंगआंवला कंडीशनर।
नियम: सप्ताह में दो या तीन बार शैम्पू करें, ताकि प्राकृतिक स्कैल्प तेल को संतुलित किया जा सके।
Conclusion :राजीव दीक्षित के सिद्धांतों के अनुसार, बालों की देखभाल के लिए प्राकृतिक और आयुर्वेदिक शैम्पू का उपयोग सबसे बेहतर है। इंदुलेखा, हिमालया, खादी नेचुरल, मामाअर्थ और बायोटिक जैसे ब्रांड्स प्राकृतिक अवयवों से बने शैम्पू प्रदान करते हैं, जो बालों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार बनाते हैं। इसके अतिरिक्त, घर पर रीठा और शिकाकाई से बना शैम्पू एक किफायती और रसायन-मुक्त विकल्प है। अपने बालों के प्रकार और समस्याओं के अनुसार सही शैम्पू चुनें और राजीव दीक्षित के स्वदेशी दृष्टिकोण को अपनाकर अपने बालों को प्राकृतिक रूप से सुंदर बनाएं।
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